Thursday 29 December 2011

फिल्म में स्क्रिप्ट पर जितना जोर दो, उतना कम है: दीपक सावंत


अपनी आगामी भोजपुरी फिल्म "गंगा देवी" को लेकर लाईमलाईट में आये निर्देशक दीपक सावंत की जिंदगी अपने आप में एक फिल्म की कहानी बयान करती है। एक माध्यम वर्गीय परिवार से निकले दीपक सावंत ने अब तक ४ फिमें निर्देशित की हैं जिसमे एक मराठी फिल्म (अक्का) और तीन भोजपुरी फिल्म (गंगा, गंगोत्री और गंगादेवी) शामिल हैं। एक असिस्टेंट मेक अप मैन के तौर पर अपनी जिंदगी की शुरुआत करने वाले दीपक सावंत ने मेक अप के कोर्स में ग्रेजुएशन करने के बाद ३८ सालों तक सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के मेक अप मैन रहे। शोले, जंजीर, दीवार और कई क्लासिक फिल्मों के हिस्सा रह चुके दीपक सावंत ने अमिताभ बच्चन के साथ साथ सलीम-जावेद, यश चोपड़ा, प्रकाश मेहरा, मनमोहन देसाई और रमेश सिप्पी जैसे लेजेंड के साथ भी काम किया है।
मेक अप मैन से फिल्म निर्माण और निर्देशन में उतरने के बारे में दीपक सावंत बेहद सादगी के साथ बोलते हैं कि, "मैं बस एक किस्मत वाला आदमी हूँ जिसको किस्मत से फिल्में बनाने और निर्देशित करने का मौक़ा मिल गया। अमित जी और जया जी का आशीर्वाद है कि मैं अब फिल्में भी बना रहा हूँ। यह अमित जी, जया जी, गुलशन जी का ही साथ है कि मैं अब गंगादेवी बना रहा हूँ, और मुझे पूरा विशवास है यह फिल्म भोजपुरी फिल्म जगत में एक ट्रेंड सेटर साबित होगी। इतने सालों से इतने लेजेंड के साथ काम करने के बाद एक चीज़ तो पक्का पता है कि फिल्म में स्क्रिप्ट पर जितना जोर दो, उतना कम है"।

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